Wednesday, November 18, 2009

अमूल्य वचन

चिंतामणि जिन्मूर्तियाँ , चिंतित फल दातार
चिच्चैतन्य जिनेन्द्र को, नमूँ नमूँ शत बार
गणिनी ज्ञानमती माताजी
जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर

No comments:

Post a Comment