Thursday, December 31, 2009

जिनवर भक्ति

प्रभु पद भक्ति प्रसाद से, मिले यही वरदान।
ज्ञानमती निधि पूर्ण हो, मिले अंत निर्वाण॥
गणिनी ज्ञानमती माताजी
जम्बूद्वीप- हस्तिनापुर

No comments:

Post a Comment